वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह का संबंध भौतिक सुख-सुविधाओं, भोग-विलासपूर्ण जीवन, ऐशो-आराम, प्रेम, यौन सुख और लग्जरी लाइफ से होता है। जिस व्यक्ति की जन्म कुंडली में शुक्र ग्रह मजबूत होता है, उसे ये सब सुख आसानी से मिल जाते हैं, लेकिन जिसकी कुंडली में शुक्र खराब अवस्था में हो वह इन सुखों से …
March 2019 archive
Mar 29 2019
रत्न धारण करने से पहले अवश्य रखें इन बातों का ध्यान
कई व्यक्तियों को रत्न धारण करने का शौक होता है। मैंने देखा है जब मैं किसी को रत्न ना धारण करने का परामर्श देता हूं तो उनमें से कुछ आश्चर्यचकित हो जाते हैं वहीं कुछ मायूस हो जाते हैं। सामान्यतः ज्योतिषीगण राशि रत्न, लग्नेश का रत्न, विवाह हेतु गुरू-शुक्र के रत्न धारण करने की सलाह देते …
Mar 28 2019
कपूर जलाने से खुलेगी आपकी किस्मत
कर्पूर या कपूर मोम की तरह उड़नशील दिव्य वानस्पतिक द्रव्य है। इसे अक्सर आरती के बाद या आरती करते वक्त जलाया जाता है जिससे वातावरण में सुगंध फैल जाती है और मन एवं मस्तिष्क को शांति मिलती है। कपूर को संस्कृत में कर्पूर, फारसी में काफूर और अंग्रेजी में कैंफर कहते हैं। वास्तु एवं ज्योतिष शास्त्र में …
Mar 27 2019
हिन्दू धर्म में क्यों माना जाता है अन्न को देवता
हिंदू धर्मशास्त्रों में अन्न को देवता माना गया है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति अन्न का अनादर करता है या नियमानुसार भोजन नहीं करता, उससे अन्न देवता रुष्ट हो जाते हैं । शास्त्रों में अन्न को ग्रहण करने के कुछ जरूरी नियम बताए गए हैं। इन नियमों के द्वारा अन्न का भोग करता है …
Mar 25 2019
कैसे बनता है काल सर्प दोष: लक्षण व ज्योतिष उपाय
‘कालसर्प‘ दोष भी ‘कर्तरी’ दोष के समान ही है। वराहमिहिर ने अपनी संहिता ‘जानक नभ संयोग’ में इसका ‘सर्पयोग’ के नाम से उल्लेख किया है, काल सर्पदोष नहीं। वहीं, ‘सारावली’ में भी ‘सर्पयोग’ का ही वर्णन मिलता है। यहां भी काल और दोष शब्द नहीं मिलता। पुराने मूल या वैदिक ज्योतिष शास्त्रों में कालसर्प दोष …
Mar 22 2019
घोड़े की नाल के अचूक उपाय
जो लोग यह सोचते है कि किसी भी प्रकार की बुरी नज़रों से घोड़े की नाल उनको बचा सकती है, तो यह बात बिलकुल सही है।जिस प्रकार बच्चों की नज़र उतारने के लिए उनके दादा दादी उनको काला टीका लगा देता है, वैसे ही यह घोड़े की नाल भी नज़र उतारने में मददगार साबित होती है। यदि …
Mar 21 2019
अक्षत के अचूक उपाय, जो करें हर समस्या का समाधान
चावल को अक्षत कहा जाता है। अक्षत का अर्थ होता है अखंडित। चावल को पूर्णता का प्रतीक और देवताओं का भोग माना गया है। हमारी श्रद्धा और भक्ति खंडित ना हो, सदैव बढ़ती जाए इसीलिए चावल भगवान को अर्पित किए जाते हैं। भारत में किसी को आशीर्वाद देते वक्त कहा जाता है- धन और धान्य …
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