ज्योतिष में पंचक को शुभ नक्षत्र नहीं माना जाता है। इसे अशुभ और हानिकारक नक्षत्रों का योग माना जाता है। नक्षत्रों के मेल से बनने वाले विशेष योग को पंचक कहा जाता है। जब चन्द्रमा, कुंभ और मीन राशि पर रहता है, तब उस समय को पंचक कहते हैं। इसी तरह घनिष्ठा से रेवती तक जो पांच …
April 2019 archive
Apr 25 2019
कालाष्टमी कालभैरव जयंती में किस देवता की पूजा की जाती है
भारतीय धर्म ग्रंथों के अनुसार हर हिंदू माह की कृष्ण पक्ष की अष्टमी को कालाष्टमी मनाई जाती है। इसे ‘भैरवाष्टमी’ भी कहते हैं। इस महीने कालाष्टमी 26 अप्रैल 2019 (शुक्रवार) को है. हिंदू धर्म में यह माना जाता है कि कालाष्टमी के दिन ही भगवान शिव ने भैरव का रूप धारण किया था। इस दिन …
Apr 24 2019
वैशाख मास में मात्र जल दान से मिलेगी पुण्य की प्राप्ति
न माधवसमो मासो न कृतेन युगं समम्। न च वेदसमं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समम्।। अर्थात् वैशाख के समान कोई मास नहीं है, सत्ययुग के समान कोई युग नहीं है, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं है और गंगा जी के समान कोई तीर्थ नहीं है। वैशाख मास अपने कतिपय वैशिष्ट्य के कारण उत्तम मास …
Apr 20 2019
वास्तु के अनुसार कौनसा रंग लगाने से आपके घर में सुख-समृद्धि आएगी
वास्तु के अनुसार घर का रंग होने से सुख समृद्धि आती है। घर का रंग हमारे अंतर्मन और विचारों को निश्चित रूप से प्रभावित करता है। जिस प्रकार घर बनाने में पांच तत्वों पृथ्वी, जल, अग्नि,वायु और आकाश का समावेश होता है उसी प्रकार जिस शरीर को हम सब धारण किये हुए है वह भी …
Apr 19 2019
पवन पुत्र हनुमान जी का जन्म कैसे हुआ
ज्योतिषियों की गणना के अनुसार बजरंगबली जी का जन्म चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। हनुमानजी के पिता सुमेरू पर्वत के वानरराज राजा केसरी थे और माता अंजनी थी। हनुमान जी को पवन पुत्र के नाम से भी जाना जाता है और उनके पिता वायु …
Apr 16 2019
हनुमान जयंती: किस कामना के लिए हनुमान जी को क्या चढ़ाएं
इस वर्ष 19 अप्रैल को हनुमान जयंती मनाई जाएगी जिसका अपना अलग ही महत्व है। हनुमान जयंती (Hanuman Jayanti) बजरंगबली के जन्म दिवस के रूप में मानते हैं। हनुमान जयंती के दिन हनुमानजी की उपासना व चोला चढ़ाने से शुभ ऊर्जा-शक्ति मिलती है। जिनके कष्टों का अंत ना हो रहा हो वे बजरंगबली को तेल-सिंदूर …
Apr 15 2019
कौन से जातक प्यार में देते हैं धोखा
वैदिक ज्योतिष के अनुसार जन्मकुंडली में ग्रहों की स्थिति, योग और दृष्टि बहुत महत्वपूर्ण रहती है और इन्हीं पर सम्पूर्ण ज्योतिष शास्त्र निर्भर रहता है कि कौन जातक प्रेम में धोखा देगा और कौन कामयाब होगा। कुंडली में प्रेम (love) के लिए पांचवां और वैवाहिक जीवन के लिए सातवां भाव बहुत महत्वपूर्ण है। सातवें भाव …
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