भगवान शिव के कुल बारह ज्योतिर्लिंग हैं सोमवार को भगवान शिव के विशेष स्थान ज्योतिर्लिंगों में भारी भीड़ उमड़ती है। ये पवित्र शिवलिंग पूरे देश में प्रतिष्ठित हैं और इनकी कुल संख्या बारह है। भगवान शिव के इन ज्योतिर्लिंग को प्रकाश लिंग भी कहा जाता है। ये पूजा के लिए भगवान शिव के पवित्र धार्मिक …
Category: RELIGIOUS
May 31 2019
जाने स्वास्तिक चिन्ह का महत्व
एक दूसरे को काटती हुई दो रेखाओं और आगे चल कर उनके चारों सिरों के दांई ओर मुड़ जाने वाले चिह्न को स्वस्तिवाचन का प्रतीक माना जाता है। स्वास्तिक अति प्राचीन पुण्यप्रतीक है, जिसमें गूढ़ अर्थ और गंभीर रहस्य छुपे हैं। स्वस्तिक जिस मंत्र के प्रतीक रूप में चित्रित किया जाता है, वह यजुर्वेद से …
Apr 24 2019
वैशाख मास में मात्र जल दान से मिलेगी पुण्य की प्राप्ति
न माधवसमो मासो न कृतेन युगं समम्। न च वेदसमं शास्त्रं न तीर्थं गंगया समम्।। अर्थात् वैशाख के समान कोई मास नहीं है, सत्ययुग के समान कोई युग नहीं है, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं है और गंगा जी के समान कोई तीर्थ नहीं है। वैशाख मास अपने कतिपय वैशिष्ट्य के कारण उत्तम मास …
Apr 19 2019
पवन पुत्र हनुमान जी का जन्म कैसे हुआ
ज्योतिषियों की गणना के अनुसार बजरंगबली जी का जन्म चैत्र पूर्णिमा को मंगलवार के दिन चित्र नक्षत्र व मेष लग्न के योग में हुआ था। हनुमानजी के पिता सुमेरू पर्वत के वानरराज राजा केसरी थे और माता अंजनी थी। हनुमान जी को पवन पुत्र के नाम से भी जाना जाता है और उनके पिता वायु …
Apr 10 2019
दुर्गा सप्तशती का पाठ अद्भुत शक्तियां प्रदान करता है
दुर्गा सप्तशती के अलग-अलग अध्यायों का अपना-अपना महत्व है जिनका यदि भक्तिभाव से पाठ किया जाए तो फल बड़ी जल्दी मिलता है, लेकिन लालच से किया पाठ फल नहीं देता। यदि किसी भी जातक को राहू, शनि, मंगल से बुरे फल मिल रहे हों तो ये अध्याय पूरी क्षमता रखते हैं उनके बुरे दोषों को …
Mar 27 2019
हिन्दू धर्म में क्यों माना जाता है अन्न को देवता
हिंदू धर्मशास्त्रों में अन्न को देवता माना गया है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति अन्न का अनादर करता है या नियमानुसार भोजन नहीं करता, उससे अन्न देवता रुष्ट हो जाते हैं । शास्त्रों में अन्न को ग्रहण करने के कुछ जरूरी नियम बताए गए हैं। इन नियमों के द्वारा अन्न का भोग करता है …
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